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Rigved Sanhita Ka Jyotishalok Jyotish Sahitya
by   Dilip Kumar Saxena (Author)  
by   Dilip Kumar Saxena (Author)   (show less)
Rigved Sanhita Ka Jyotishalok Jyotish Sahitya
Product Description
ऋग्वेद संहिता ज्योतष के अन्तर्गत उसकी विषय वस्तु को समझने के लिए निम्र तथ्यों को समझना सर्वथा उपयुक्त रहेगा। एक सामान्य पाठक के लिए भी इन तथ्यों से विषय वस्तु समझ परक व सुबोध हो जाती है। ऋग्वेद संहिता ज्योतष के अन्तर्गत उसकी विषय वस्तु को समझने के लिए निम्र तथ्यों को समझना सर्वथा उपयुक्त रहेगा। एक सामान्य पाठक के लिए भी इन तथ्यों से विषय वस्तु समझ परक व सुबोध हो जाती है। ऋग्वेद संहिता वास्तव में अगाध समुद्र है। अपनी रूचि के अनुरूप आपको विषय वस्तु देता है। मैं उन प्राचीनतम ऋषियों को नमन करता हूँ, जिन्होंने इस अनमोल व्यञ्जना को कण्ठ से कण्ठ तक प्रवाहित करते हुए भी ज्ञानकणों को बिखरने से सश्रम बचाए रखा। मैंने जाना कि ऋभु किस प्रकार सर्वाधिक प्राचीन ज्ञात ज्योतिर्विद थे। उन्होने सर्व प्रथम ब्रह्मा द्वारा निर्मित क्रान्तिवृत्त को ….
Product Details
ISBN 13 9789394369047
Book Language Hindi
Binding Paperback
Total Pages 130
Author Dilip Kumar Saxena
GAIN WZ1Y18IDB3M
Product Dimensions 5.50 x 8.50
Category Books   Education, Science & Technology   Astrology  
Weight 100.00 g

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ऋग्वेद संहिता ज्योतष के अन्तर्गत उसकी विषय वस्तु को समझने के लिए निम्र तथ्यों को समझना सर्वथा उपयुक्त रहेगा। एक सामान्य पाठक के लिए भी इन तथ्यों से विषय वस्तु समझ परक व सुबोध हो जाती है। ऋग्वेद संहिता ज्योतष के अन्तर्गत उसकी विषय वस्तु को समझने के लिए निम्र तथ्यों को समझना सर्वथा उपयुक्त रहेगा। एक सामान्य पाठक के लिए भी इन तथ्यों से विषय वस्तु समझ परक व सुबोध हो जाती है। ऋग्वेद संहिता वास्तव में अगाध समुद्र है। अपनी रूचि के अनुरूप आपको विषय वस्तु देता है। मैं उन प्राचीनतम ऋषियों को नमन करता हूँ, जिन्होंने इस अनमोल व्यञ्जना को कण्ठ से कण्ठ तक प्रवाहित करते हुए भी ज्ञानकणों को बिखरने से सश्रम बचाए रखा। मैंने जाना कि ऋभु किस प्रकार सर्वाधिक प्राचीन ज्ञात ज्योतिर्विद थे। उन्होने सर्व प्रथम ब्रह्मा द्वारा निर्मित क्रान्तिवृत्त को ….
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ISBN 13 9789394369047
Book Language Hindi
Binding Paperback
Total Pages 130
Author Dilip Kumar Saxena
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Product Dimensions 5.50 x 8.50
Category Books   Education, Science & Technology   Astrology  
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Rigved Sanhita Ka Jyotishalok Jyotish Sahitya
by   Dilip Kumar Saxena (Author)  
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₹275.00
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