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यह भारत के तीसरे महाकाव्य, देवायण की अतिरिक्त कहानियों से सरलीकृत उद्धरण का दूसरा संग्रह है। यह काल के चार युगों की कहानी कहता है। इन कहानियों में कुछ अत्यंत रोचक आख्यान सम्मिलित हैं, जैसे, कृष्ण द्वारा शिशुपाल से रुक्मिणि के उद्धार, इंद्र का पृथ्वी से निष्काषन और पुनः बुलाया जाना, कलि और शनि द्वारा स्वर्णिम युग को विलंबित करने की रणनीति। इनमें आदि शंकराचार्य और मंत्र के रूप में वंदेमातरम पर अद्भुत कहानियाँ भी है। यह कहानियाँ पाठकों को यह विश्वास दिलाने में सहायता करेंगी कि स्वर्णिम युग वापस आएगा तथा हम इसी उद्देश्य से अपनी प्रार्थनाओं तथा ऊर्जा को निर्देशित करेंगे।
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यह भारत के तीसरे महाकाव्य, देवायण की अतिरिक्त कहानियों से सरलीकृत उद्धरण का दूसरा संग्रह है। यह काल के चार युगों की कहानी कहता है। इन कहानियों में कुछ अत्यंत रोचक आख्यान सम्मिलित हैं, जैसे, कृष्ण द्वारा शिशुपाल से रुक्मिणि के उद्धार, इंद्र का पृथ्वी से निष्काषन और पुनः बुलाया जाना, कलि और शनि द्वारा स्वर्णिम युग को विलंबित करने की रणनीति। इनमें आदि शंकराचार्य और मंत्र के रूप में वंदेमातरम पर अद्भुत कहानियाँ भी है। यह कहानियाँ पाठकों को यह विश्वास दिलाने में सहायता करेंगी कि स्वर्णिम युग वापस आएगा तथा हम इसी उद्देश्य से अपनी प्रार्थनाओं तथा ऊर्जा को निर्देशित करेंगे।
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₹225.00
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