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श्रीराम की जीवनगाथा तिथि, स्थान तथा संदर्भों के साथ 1. विभिन्न वैज्ञानिक साक्ष्यों से छनकर निकले रामायण रूपी अमृत का आनंद आप भी उठाएँ। 2. इस पुस्तक में रामायण की महत्त्वपूर्ण घटनाओं के समय महर्षि वाल्मीकि द्वारा देखे गए आकाशीय दृश्यों को प्लैनेटेरियम सॉफ्टवेयर के माध्यम से आप भी देखें। निर्धारित खगोलीय तिथियों के समर्थन में दिखाई देंगे, कई रोचक चित्रों के साथ अनेकों अन्य वैज्ञानिक प्रमाण। 3. नए वैज्ञानिक उपकरणों तथा साक्ष्यों का उपयोग कर पुस्तक ने नारायण को मिथ्या बतानेवालों को असत्य सिद्ध कर रामायण में वर्णित घटनाओं की वास्तविकता एवं ऐतिहासिकता पर प्रकाश डाला है। 4. श्रीराम के जीवन में घटी मुख्य घटनाओं के क्रमिक व्योम चित्रों के साथ देखें ताँबे के वाणाग्र, सोने-चाँदी के आभूषण, पत्थरों व मोतियों के गहने, टैराकोट के बरतन तथा विभिन्न प्रकार के पेड़-पौधों के चित्र, जिनकी कार्बन डेटिंग इन्हें सात हजार वर्ष पुराने बताती है। 5. श्रीराम का जन्म अयोध्या में ही हुआ था और उन्होंने एक आदर्श पुत्र, एक आदर्श भाई, एक आदर्श समाज-सुधारक तथा एक आदर्श शासक के रूप में अतुलनीय उदाहरण पेश किए। पढ़ें अनेक तथ्य व प्रमाण।
ISBN 13 | 9789353220440 |
Book Language | Hindi |
Edition | 1st, 2019 |
Publishers | Prabhat Prakashan |
Category | Books Indian Classics Bhartiye Pustakein |
Weight | 1,200.00 g |
Dimension | 14.00 x 2.00 x 22.00 |
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श्रीराम की जीवनगाथा तिथि, स्थान तथा संदर्भों के साथ 1. विभिन्न वैज्ञानिक साक्ष्यों से छनकर निकले रामायण रूपी अमृत का आनंद आप भी उठाएँ। 2. इस पुस्तक में रामायण की महत्त्वपूर्ण घटनाओं के समय महर्षि वाल्मीकि द्वारा देखे गए आकाशीय दृश्यों को प्लैनेटेरियम सॉफ्टवेयर के माध्यम से आप भी देखें। निर्धारित खगोलीय तिथियों के समर्थन में दिखाई देंगे, कई रोचक चित्रों के साथ अनेकों अन्य वैज्ञानिक प्रमाण। 3. नए वैज्ञानिक उपकरणों तथा साक्ष्यों का उपयोग कर पुस्तक ने नारायण को मिथ्या बतानेवालों को असत्य सिद्ध कर रामायण में वर्णित घटनाओं की वास्तविकता एवं ऐतिहासिकता पर प्रकाश डाला है। 4. श्रीराम के जीवन में घटी मुख्य घटनाओं के क्रमिक व्योम चित्रों के साथ देखें ताँबे के वाणाग्र, सोने-चाँदी के आभूषण, पत्थरों व मोतियों के गहने, टैराकोट के बरतन तथा विभिन्न प्रकार के पेड़-पौधों के चित्र, जिनकी कार्बन डेटिंग इन्हें सात हजार वर्ष पुराने बताती है। 5. श्रीराम का जन्म अयोध्या में ही हुआ था और उन्होंने एक आदर्श पुत्र, एक आदर्श भाई, एक आदर्श समाज-सुधारक तथा एक आदर्श शासक के रूप में अतुलनीय उदाहरण पेश किए। पढ़ें अनेक तथ्य व प्रमाण।
ISBN 13 | 9789353220440 |
Book Language | Hindi |
Edition | 1st, 2019 |
Publishers | Prabhat Prakashan |
Category | Books Indian Classics Bhartiye Pustakein |
Weight | 1,200.00 g |
Dimension | 14.00 x 2.00 x 22.00 |
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Garuda Prakashan
₹1,200.00

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