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Ishq mera sufiyana

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Product Description
समुद्र में अनेकों अनगिनत अमूल्य रत्न समाये हैं। जब समुद्र का मन्थन किया गया तब काई अनमोल रत्न निकलकर बाहर आये। हमारा जीवन भी एक समुद्र की भाँति है। जब मेरे जीवन का मंथन हुआ, तो उससे भी कुछ अनमोल विचार निकलकर बाहर आये, जिन्हें मैंने अपनी साँसों की लड़ियों में पिरोकर अपना साथी बना लिया। मेरे ये दोस्त ऐसे हैं, जो मुझसे कभी दूर नहीं होते, सदा मेरे साथ ही रहेते हैं तथा मेरे रोम-रोम में बसते हैं। आज मैं आप सभी उनका परिचय कराती हूँ। वो हैं मेरे हमदम 'खुदा', 'रब', 'विवेक', 'बुद्धि', 'ज्ञान', 'दीक्षा', 'प्रेम', 'इश्क', 'मोहब्बत', 'फूल', 'खुशबू', 'काँटे', 'दुख-दर्द', 'आँसू', 'गम', 'तड़प', 'आग', 'जख्म', 'जिगर', 'तनहाई', 'सूनापन', 'खामोशी', 'वीरानियाँ' ... ऐसे और भी अनमोल रत्न मेरे दोस्त हैं। इन सभी दोस्तों को साथ लेकर मैंने जो सृजन किया है, वो आपके हाथों में है इस पुस्तक का नाम है 'इश्क मेरा सूफियाना' ।
Product Details
ISBN 13 | 9789386498540 |
Book Language | Hindi |
Binding | Paperback |
Total Pages | 112 |
Author | DOCTOR PRATIBHA MAHI |
Editor | 2018 |
GAIN | SXL1972DLM2 |
Category | Indian Classics Bhartiye Pustakein |
Weight | 100.00 g |
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समुद्र में अनेकों अनगिनत अमूल्य रत्न समाये हैं। जब समुद्र का मन्थन किया गया तब काई अनमोल रत्न निकलकर बाहर आये। हमारा जीवन भी एक समुद्र की भाँति है। जब मेरे जीवन का मंथन हुआ, तो उससे भी कुछ अनमोल विचार निकलकर बाहर आये, जिन्हें मैंने अपनी साँसों की लड़ियों में पिरोकर अपना साथी बना लिया। मेरे ये दोस्त ऐसे हैं, जो मुझसे कभी दूर नहीं होते, सदा मेरे साथ ही रहेते हैं तथा मेरे रोम-रोम में बसते हैं। आज मैं आप सभी उनका परिचय कराती हूँ। वो हैं मेरे हमदम 'खुदा', 'रब', 'विवेक', 'बुद्धि', 'ज्ञान', 'दीक्षा', 'प्रेम', 'इश्क', 'मोहब्बत', 'फूल', 'खुशबू', 'काँटे', 'दुख-दर्द', 'आँसू', 'गम', 'तड़प', 'आग', 'जख्म', 'जिगर', 'तनहाई', 'सूनापन', 'खामोशी', 'वीरानियाँ' ... ऐसे और भी अनमोल रत्न मेरे दोस्त हैं। इन सभी दोस्तों को साथ लेकर मैंने जो सृजन किया है, वो आपके हाथों में है इस पुस्तक का नाम है 'इश्क मेरा सूफियाना' ।
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ISBN 13 | 9789386498540 |
Book Language | Hindi |
Binding | Paperback |
Total Pages | 112 |
Author | DOCTOR PRATIBHA MAHI |
Editor | 2018 |
GAIN | SXL1972DLM2 |
Category | Indian Classics Bhartiye Pustakein |
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