डॉ नीलम महेंद्र देश विदेश के विभिन्न समाचार पत्रों के लिए स्वतंत्र रूप से कई वर्षों से सतत स्तम्भ लेखन करती रही हैं। अपने विचारोत्तेजक लेखों के माध्यम से गम्भीर से गम्भीर विषय को बेहद सरलता से प्रस्तुत करने के कारण ये अपने पाठकों के बीच अत्यंत लोकप्रिय रही हैं।
लेखन के साथ साथ वे एक सोशल मीडिया इंफ्लुएंसर एवं स्पिरिचुअल मोटिवेटर भी हैं।
अनेकों वेबसाइट, मैगज़ीन, एवं समाचार पत्रों के लिए लिखने के साथ साथ अपने स्वतंत्र ब्लॉग के लिए भी ये लिखती हैं। इनके आलेख दैनिक भास्कर, दैनिक जागरण, पंजाब केसरी, सामना, राष्ट्रीय सहारा, पत्रिका जैसे राष्ट्रीय अखबारों से लेकर से लेकर यूएसए, कनाडा तथा नेपाल के अखबारों में हिंदी अंग्रेजी उर्दू एवं पंजाबी में प्रकाशित होते रहे हैं।
इसके अतिरिक्त वे “राष्ट्रवाद एक विवाद” एवं “स्त्री होने का उत्सव मनाएं”, इन पुस्तकों का लेखन भी कर चुकी हैं।
अपने लेखन कार्य के लिए एक तरफ इन्हें अपने पाठकों का भरपूर स्नेह मिला तो दूसरी तरफ इन्हें समय समय पर विभिन्न संस्थाओं द्वारा अनेकों पुरस्कारों से सम्मानित भी किया गया।
मध्यभारत हिंदी साहित्य सभा द्वारा साहित्य सम्मान, नारी शक्ति सम्मान, अटलबिहारी पत्रकारिता सम्मान, मामा मानिकचन्द सर्वश्रेष्ठ स्तम्भलेखक सम्मान जैसे अनेकों पुरस्कार इन्हें प्रदान किए गए हैं। लेकिन अपने पाठकों से मिले प्रेम को वो अपना सबसे बड़ा सम्मान मानती हैं।